Mindset-The new psychology of success

Mindset-The new psychology of success

Posted on: Sat, 10/31/2020 - 06:58 By: admin

Mindset by Carol. S. Dweck, Ph.D.

The new psychology of success

आप मे से जो लोग एकेडमिक्स की दुनिया में अभी नए हैं उनके लिए मेरे ख्याल से यह पहला पुस्तक होना चाहिए। समझने में आसान है और बहुत सारे उदाहरण के साथ बातों को समझाया गया है। अगर आप इस किताब को सुनते हैं तो करीब -करीब 10 घंटे में आप इसको पूरा सुन सकते हैं। अगर आप और अधिक मोटिवेशन चाहते हैं, तो फिर तो जल्दी ही पढ़/सुन लें इस किताब को।

क्या है इस किताब में?

केरोल किताब में मुख्य रूप से 2 तरह के माइंडसेट की बात कर रही है और खास जोर इस बात पर दिया गया है कि जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए बहुत जरूरी है कि हम ग्रोथ माइंडसेट के साथ काम करें। दो तरह के शब्दों से आपका परिचय बार-बार होगा। पहला है ग्रोथ माइंडसेट और दूसरा है फिक्स्ड माइंडसेट। लेखिका अपनी बात को बताने के लिए स्पोर्ट्स, बिजनेस, राजनीति इत्यादि की दुनिया से उदाहरण लेकर आती है । कई सारे केस स्टडी दिए गए हैं जिसके जरिए बताने की कोशिश की गई है कि कैसे सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त कर लेने के बावजूद फिक्स्ड माइंडसेट के कारण लोग अपनी सफलता को बरकरार नहीं रख पाए है।

ग्रोथ एवं फिक्स्ड माइंडसेट का इस्तेमाल वो जीवन के हर क्षेत्र में देखती है। कुछ मुख्य क्षेत्र जिसके बारे में लेखिका ने विस्तार से बताया है वह है

शिक्षक-छात्र सम्बंध

पारिवारिक संबंध

माता-पिता और बच्चों का संबंध

कोच एवं खिलाड़ी का संबंध, इत्यादी।

एक बात जिस पर वह बार बार फोकस कर रही है कि हमे आउटकम नही प्रोसेस पर फोकस करना चाहिए। वह कहती है कि कक्षा में आप बच्चों को किस प्रकार हौसला अफजाई करते हैं, बच्चों के जिंदगी में इसका बहुत महत्व है। अगर अच्छा परफॉर्म करने पे आप कहते हैं – very good, you are very intelligent’ केरोल कहती है कि ऐसा कहके आप बच्चे का नुकसान कर रहे हैं। इस तरह का कमेंट बच्चों में फिक्स्ड माइंडसेट को बढ़ावा दे सकता है।वह कहती हैं कि हमे कहना चाहिए ‘ very good, you have put a lot of effort’. वह कहती है की हमे इंटेलिजेंस नही हार्ड वर्क को तरजीह देना चाहिए।

‘ very good, you have put a lot of effort’. वह कहती है की हमे इंटेलिजेंस नही हार्ड वर्क को तरजीह देना चाहिए।

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एक यूनिवर्सल फॉर्मूला की तरह केरोल ग्रोथ माइंडसेट का इस्तेमाल जीवन के हर पहलू में देखती है। बहुत हद तक सही भी लगता है। इस फार्मूला का इस्तेमाल हम भी अपने जीवन मे व्यक्तिगत एवं पेशेवर विकास के लिए कर सकते हैं। उदाहरण के लिए वह कहती हैं कि स्कूल सिर्फ बच्चों के लिए सीखने की जगह नही है। यह शिक्षकों के लिए भी सीखने की जगह है।

इनके किताब से प्रभावित होकर जब आप ग्रोथ माइंडसेट अपनाने की कोशिश करते हैं तो किस तरह की कठिनाइयों का सामना कर सकते है, केरोल के शब्दों में

‘When I was exchanging my fixed mindset for a growth one,I was acutely aware of how unsettled I felt’

वह आगे कहती हैं कि माइंडसेट चेंज करना कोई स्थायी बात नही है। इसके लिए लगातार प्रयास करते रहने की आवश्यकता है।

कैसे सुना मैंने?

मैं एक एप का इस्तेमाल करता हूँ इसको सुनने के लिए। एप का नाम है @voice. इसका इस्तेमाल करके आप पीडीएफ एवं वर्ड डॉक्यूमेंट को सुन सकते हैं। किसी भी पीडीएफ या वर्ड डॉक्यूमेंट पे क्लिक कर के जब हम शेयर के ऑप्शन पर जाते हैं फिर @voice के साथ शेयर कर इसको सुना जा सकता हैं। इस एप का लिंक नीचे है।

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.hyperionics.avar